Saturday, January 28, 2017

Why date 8 November taken for demonetisation*⁉


*What is the point saying only after 12 pm old currency are no more legal tender?
If it had been demonetised with immediate effect no one could dare to open his jewellery shop to sale gold & jewellery on 8 November night...*
*why this comfortable space given to jewellery buyer & seller* ⁉
billions converted in to gold & jewellery that night @ heavy premimum so the question is who benefited that night ?
Do Government had they no idea what will ppl do after demonetisation announcement* ?
*Why jewellery shops are allowed to open at 12 mid night*?
*& today governement & bankers asking reasons for delayed deposit few thousands in bank accounts????*
*A chartered accountant explained what his professional colleagues can do. “Seven months of the current financial year are over by now. That gives every trader and professional the chance to account for his Rs 500s and Rs 1,000s. Had the demonetisation been done in the first week of the next financial year, it would have been difficult to fabricate account books. Filing income returns much higher than what corresponds with the advance tax paid and also disproportionate, vis-à-vis previous years, could attract the attention of the tax man,*
Besides the government allowed bankers to sell gold which loop hole was manupilated by the jewellers who had there refinery in Uttrakhand which is tax free and there gold has 4% less duty & they sold these gold bars at100% premium & deposited the money again in thier bank account.It was organized loot of the public in connivance with bankers politicians etc

Wednesday, January 25, 2017

News of facebook.com

सोशल नेटवर्किंग साइट
फेसबुक हर कोई इस्तेमाल करता है। फेसबुक के द्वारा दूर-दराज बैठे लोग भी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। फेसबुक इस्तेमाल करना तो सभी को आता है, लेकिन क्या आप फेसबुक के तथ्यों के बारे में जानते हैं। अगर नहीं, तो आज हम आपको फेसबुक से जुड़े 12 तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं। ये तथ्य आपको हैरान कर देंगे।
1. फेसबुक का तिमाही लाभ 5.84 बिलियन डॉलर यानि 397616400000 रुपये है।
2. फेसबुक मार्क जुकरबर्ग की पहली साइट नहीं है। इससे पहले 2003 में जुकरबर्ग ने फेसमैश साइट की शुरुआत की थी। हालांकि, यह साइट चल नहीं पाई।
3. फेसबुक का लोगो ब्लू इसलिए है क्योंकि मार्क जुकरबर्ग कलर ब्लाइंड हैं। और वो इसी रंग को अच्छे से देख सकते हैं।
4. फेसबुक लॉन्च करने के 4 दिन के बाद फेसबुक के साथ 650 यूजर्स जुड़े थे। वहीं, 9 महीने बाद करीब 1 मिलियन यूजर्स फेसबुक के साथ जुड़ गए थे। पहला इसका नाम thefacebook.com था, जिसके बाद इस Facebook.com कर दिया गया।
5. टेक कंपनियां हैकर्स को पसंद नहीं करती हैं, लेकिन फेसबुक उनका स्वागत करती हैं। आपको बता दें कि कंपनी हैकर्स को साइट में बग ढूंढने के लिए इनाम देती है।
6. अगर आप फेसबुक के साथ काम करते हैं, तो आपको काफी अच्छी डील मिलती है। फेसबुक काम करने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। फ्री मील्स, कैफे, रेस्टोरेंट आदि की सुविधाएं यहां के कर्मचारियों को मुफ्त दी जाती हैं।
7. आप जिसे चाहें फेसबुक पर ब्लॉक कर सकते हैं। लेकिन मार्क जुकरबर्ग को चाहकर भी कोई ब्लॉक नहीं कर सकता है।
8. फेसबुक पर हर रोज किए जाने वाले Like की संख्या 4.5 बिलियन है।
9. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, 31 साल के मार्क जुकरबर्ग दुनिया के छठे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। इनके पास 48.4 बिलियन डॉलर यानि करीब 3295435000000 रुपये की संपत्ति है।
10. दिसंबर 2015 में फेसबुक पर डेली एक्टिव यूजर्स की संख्या 1.04 बिलियन थी और मोबाइल डेली एक्टिव यूजर्स की संख्या 934 मिलियन थी।
11. फेसबुक हर मिनट 243055 फोटेज अपलोड की जाती हैं।
12. लोग फेसबुक पर औसत 21 मिनट प्रतिदिन बिताते हैं। और साल में औसतन 7665 मिनट बिताते हैं।

सोशल नेटवर्किंग साइट्स व्हाट्सएप और फेसबुक पर कई फ्रॉड गतिविधियां

सोशल नेटवर्किंग साइट्स व्हाट्सएप और फेसबुक पर कई फ्रॉड गतिविधियां की जा रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स डिजिटल इंडिया की आड़ में यूजर्स को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके तहत हैकर्स सोशल मीडिया पर फेक मोबाइल रिचार्ज और सरकारी वेबसाइट्स के नाम के साथ पीएम मोदी की फोटो समेत लिंक्स पोस्ट कर रहे हैं। ये लिंक वायरस हैं, जिनसे यूजर्स का निजी डाटा चुराया जा सकता है। इस फेक पोस्ट के मुताबिक, पीएम मोदी हर यूजर को 500 रुपये का फ्री रिचार्ज दे रहे हैं।
क्या हसच्चाई?
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री  इस तरह का कोई रिचार्ज फ्री नहीं दे रहे हैं और न ही किसी फेक कंपनी का प्रमोशन कर रहे हैं, जिससे रिचार्ज दिया जा रहा है। इस पोस्ट में सिर्फ रिचार्ज के लिए ही नहीं, बल्कि बैंक में पैसे जमा करने की लिमिट को बढ़ाने के लिए भी ऑफर दिए जा रहे हैं। जिसमें यूजर की बैंकिगं और निजी जानकारी ली जा रही है। आपको बता दें कि ये पोस्ट भी सरकार की तरफ से नहीं दिया जा रहा है। यह सिर्फ एक स्कैम है।
कैसे बचें?
अगर किसी यूजर को ऐसे मैसेज आते हैं, तो उन्हें इन मैसेज को तुरंत डिलीट कर देना चाहिए। जिससे गलती से भी इस मैसेज के लिंक पर क्लिक न हो। साथ ही इस तरह के किसी भी मैसेज पर भरोसा न करें।
भारत में बढ़ा साइबर क्राइम:
पिछले कुछ सालों की बात करें तो भारत में
साइबर क्राइम काफी बढ़ा है। हैकर्स ऐसे मैसेज बनाकर फॉरवर्ड कर रहे हैं, जिनके जरिए यूजर की निजी जानकारी को हैक किया जा सकता है। जनवरी 2013 से मई 2016 तक 56 फीसदी मामले वो हैं, जिनमें फेक वेबसाइट बनाकर यूजर को झांसा दिया जाता है। अगर दुनियाभर में साइबर क्राइम की बात की जाए तो भारत 11वें स्थान पर आता है।