Tuesday, October 31, 2017

पटेल प्रतिमा को लेकर अखिलेश का बीजेपी पर तंज, कहा- लोगों ने लोहा इकट्ठा किया, लेकिन उसका पता नहीं चला..

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोगों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर लोहा एकत्र किया था, लेकिन अब उसका कहीं अता-पता नहीं है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी मुख्यालय पर मंगलवार को सरदार पटेल की जयंती पर विशेष कार्यक्रम के दौरान अखिलेश ने यह बात कही।

अखिलेश ने कहा, “वह आयोजकों को धन्यवाद देना चाहते हैं। जब कभी भी वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जाती है, यह मैदान भर जाता है। सरदार पटेल ने देश को एक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लाखों किसानों का भरोसा सरदार पटेल पर था।”
भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने लोहा इकट्ठा किया था, लेकिन उसका पता नहीं चला।

अखिलेश ने कहा, “हम भरोसा दिलाते हैं कि सरदार पटेल के नाम पर बड़ा काम करेंगे। भाजपा के लोग झूठ बोलते हैं। उस पर भरोसा कैसे कर लेते हैं। गरीब, किसान, युवा परेशान है। नौकरियां भी जा रही हैं। गन्ना किसानों के साथ भी धोखा हुआ।”

Friday, October 27, 2017

सांसद वरुण गांधी शामिल हो सकते हैं कांग्रेस में, बहन प्रियंका का बुलावा

भाजपा के खिलाफ अपरोक्ष हमले करने वाले वरुण अपनी चचेरी बहन प्रियंका के बुलावे और वक्त की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस के सहारे राजनीति करते नजर आने वाले हैं।

बीजेपी में उपेक्षा का शिकार हुए सुल्तानपुर के सांसद वरुण गांधी अब अपने पुश्तैनी घर लौटने का मूड बना चुके हैं। बात हैरान करने वाली है। लेकिन सच यही है कि बीजेपी में अलग-थलग पड़े वरुण गांधी अब अपनी खानदानी पार्टी में वापसी की तैयारी कर चुके हैं। दरअसल खबर है कि वर्ष 2019 से पहले वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। भाजपा के खिलाफ अपरोक्ष हमले करने वाले वरुण अपनी चचेरी बहन प्रियंका के बुलावे और वक्त की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस के सहारे राजनीति करते नजर आने वाले हैं।

सूत्रों के मुताबिक पारिवारिक मतभेदों के बावजूद वरुण गांधी के रिश्ते प्रियंका से हमेशा मधुर रहे हैं। राहुल गांधी के खिलाफ भी वरुण ने कभी सीधा हमला नहीं बोला। इसी तरह राहुल गांधी ने भी विपक्षी दल में रहने के बावजूद वरुण या मेनका के खिलाफ कभी सीधा मोर्चा नहीं खोला। वरुण के रिश्ते बड़ी मां सोनिया से भी ठीक ठाक हैं। वरुण की बीजेपी से जैसे-जैसे दूरी बनती रही, वैसे-वैसे वह अपने परिवार के करीब आते गए। इस पारिवारिक रिश्ते में सबसे बड़ी दिक्कत सोनिया गांधी और मेनका गांधी के बीच छत्तीस के आंकड़े की थी, पर वक्त की नजाकत और अपने बेटों का राजनीतिक भविष्य देखते हुए दोनों माताओं ने रिश्ते पर जमी बर्फ पिघलने के संकेत दिए हैं। इससे लग रहा है कि यह बाधा अब खत्म हो जाएगी। दरअसल राहुल के लिए वरुण का साथ महत्वपूर्ण हैं तो वरुण के लिए भी इस समय राहुल का सहयोग जरूरी है।

कांग्रेस में हो सकती है वरुण की एंट्री

सियासी सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही वरुण गांधी की कांग्रेस में इंट्री हो सकती है। उन्हें पार्टी में सम्मानजनक पद देकर महत्व दिया जा सकता है। ऐसे में संभावना बन रही है कि लगभग साढ़े तीन दशक बाद नेहरु-गांधी परिवार में एका आ सकती है। रिश्तों पर जमी बर्फ पिघल सकती है। आखिर इतने लंबे अर्से बाद एक दूसरे को फूटी आंख ना सुहाने वाले लोग कैसे एक होने जा रहे हैं, इसको समझना भी जरूरी है। बताया जाता है कि कांग्रेस की सियासत में दबदबा रखने वाले संजय गांधी के पुत्र वरुण गांधी केवल एक सांसद भर रहकर संतोष कर लेंगे, यह सोचना मूर्खता है। वरुण अपने पिता की तरह बदलाव में यकीन रखने वाले और कड़े बोल बोलने वाले नेता के रूप में पहचान बना चुके हैं। वह राजनीति को केवल राजनीति के तरीके से नहीं बल्कि बदलाव के वाहक के तौर पर कार्य करने के हिमायती रहे हैं। किसानों की मदद कर वह इसके संकेत भी दे चुके हैं।
वरुण गांधी के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि उन्हें सोचना पड़ रहा है कि क्या उनका भविष्य अब अमित शाह और नरेंद्र मोदी की हुकूमत वाली बीजेपी में सुरक्षित रह सकता है? क्या बीजेपी वरुण गांधी पर कोई बड़ा दांव से डरती है? क्या बीजेपी अब वरुण से किनारा करना चाहती है। ऐसे कई सवाल हैं, जो वरुण के साथ उनके समर्थकों को भी मोदी-शाह की बीजेपी पर बादशाहत साबित होने के बाद से परेशान कर रहे हैं। वरुण गांधी इस बात को बखूबी समझने लगे हैं कि उनके परिवार का विरोध करने तथा कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखने वाली भाजपा में उनका राजनीतिक भविष्य बहुत चमकदार नहीं है। संभावित आशंकाओं और अनुमानों के आकलन के बाद ही अब वरुण परोक्ष-अपरोक्ष रूप से अपनी ही सरकार को लपेटे में लेने के मौके बनाते रहते हैं। अखबारों में कॉलम लिखकर भी मोदी सरकार को कटघरे में खड़े करने का मौका गंवाने से नहीं चूकते हैं।

सूत्र बताते हैं कि इसीलिए वरुण गांधी किसान-गरीबों की बात करने के साथ सामाजिक न्याय और सबकी सहभागिता की बात करने लगे हैं। उन्हें यह भी पता है कि भाजपा भले ही सामाजिक एवं सामरिक न्याय की बात करे, लेकिन इस नए युग वाली भाजपा में यह सब होने से रहा। नरेंद्र मोदी और अमित शाह के रहते वरुण का भाजपा में पनप पाना भी संभव नहीं है। संघी पृष्ठभूमि ना होना भी इसमें बहुत बड़ा अड़चन है। कुल मिलाकर अब वरुण आकलन कर चुके हैं कि भाजपा में उनका भविष्य नहीं है। नए निजाम में पार्टी के चाणक्य अमित शाह वरुण गांधी को राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी का आदमी समझते हैं। जब बीजेपी की कमान राजनाथ सिंह के पास थी, तब तक वरुण गांधी की पार्टी में सम्मानजनक हैसियत थी, वह पार्टी के महासचिव रहने के साथ बंगाल और असम के प्रभारी भी थे, लेकिन अमित शाह के हाथ में कमान आते ही वह पैदल कर दिए गए। राज्यों का प्रभार भी छीन लिया गया। यह सब अचानक नहीं किया गया बल्कि वरुण से हो सकने वाली संभावित परेशानियों को देखते हुए किया गया।

Thursday, October 26, 2017

गुजरात में कांटे का मुकाबला होने के आसार

चुनाव आयोग की तरफ से गुजरात विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के साथ ही अब सत्तारुढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच मनोरंजक और निर्णायक मुकाबले की जमीन तैयार हो चुकी है। कांग्रेस नेताओं की उम्मीद दो बातों पर टिकी है। एक, नरेन्द्र मोदी अब गुजरात में चीफ मिनिस्टर नहीं हैं। नरेंद्र मोदी के मुकाबले आनंदी बेन पटेल और विजय रूपाणी उतने प्रभावी और लोकप्रिय मुख्यमंत्री नहीं रहे जो 22 साल की एंटी-इनकम्बेंसी का जवाब दे सकें। दूसरा, कांग्रेस खुद अपने आप में सशक्त नहीं है इसलिए बीजेपी के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने वाले तीन नेताओं हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी पर भरोसा कर रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से भी बातचीत जारी है। सत्तारुढ़ दल को कड़ी टक्कर देने के लिए अब कांग्रेस की कोशिश यह है कि गुजरात में सारे एंटी बीजेपी फोर्सेज को एकजुट किया जाए। क्योंकि कांग्रेस को अपने संगठन और अपनी ताकत पर भरोसा नहीं है। वहीं बीजेपी को अपने संगठन, अपनी ताकत और नरेंद्र मोदी के करिश्मे पर पूरा भरोसा है। बीजेपी को सबसे ज्यादा भरोसा है उन 12 विधायकों पर जो कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं। ये 12 सीटें वो हैं जो बीजेपी ने कभी नहीं जीती।

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी दावा कर रहे हैं कि मुकाबला एकतरफा है। हो सकता है वो अपने आकलन के हिसाब से बोल रहे हों, लेकिन मुझे लगता है कि इस बार गुजरात में बीजेपी की पोजीशन उतनी मजबूत नहीं है जितनी नरेन्द्र मोदी के जमाने में होती थी। उस समय तो बीजेपी एकतरफा बड़ी पार्टी थी। उसका एक बड़ा कारण नरेन्द्र मोदी का चेहरा भी था। गुजरात के अधिकांश लोगों को उनपर भरोसा भी था। इस बात को नरेंद्र मोदी भी जानते हैं। इसीलिए पिछले एक महीने में पांच बार पीएम मोदी गुजरात गए हैं। अगर गुजरात में बीजेपी को वोट मिलेंगे तो मोदी के नाम पर मिलेंगे। यह कहना भी गलत होगा कि कांग्रेस कहीं नहीं हैं और बीजेपी से पाटीदारों की नाराजगी पूरी तरह खत्म हो गई है। इनका असर तो होगा इसलिए कांग्रेस की हिम्मत बढ़ी है।

गुजरात में बीजेपी विकास को मुद्दा बना कर लोगों के बीच वोट मांगने जा रही है लेकिन उसे बाइस साल की एंटी-इनकम्बेंसी का सामना भी करना है। पाटीदारों और दलितों की नाराजगी बड़ा मुद्दा है। पिछले 22 साल में पहली बार बीजेपी अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी के बिना चुनाव मैदान में उतर रही है। चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है और परिणाम 18 दिसंबर को आएंगे। तबतक हमें इंतजार करना होगा।

(Blogs रजत शर्मा)

Friday, October 20, 2017

गुजरात चुनाव की तारीख के ऐलान का अधिकार चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री को दे दिया है : पी चिदंबरम

गुजरात चुनाव की तारीख़ों की घोषणा नहीं होने को लेकर पी चिदंबरम ने चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों पर निशाना साधा है

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री
पी चिदंबरम ने गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख़ों की घोषणा नहीं करने को लेकर चुनाव आयोग की आलोचना की है. शुक्रवार को ट्विटर के ज़रिए चिदंबरम ने चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, ‘चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) को उनकी आखिरी रैली में गुजरात चुनावों की तारीख़ों की घोषणा करने (और चुनाव आयोग को सूचित करते रहने) के लिए अधिकृत कर दिया है.’ पी चिदंबरम ने तंज़ करते हुए यह भी कहा कि जब सत्ताधारी भाजपा गुजरात में सभी घोषणाएं कर लेगी उसके बाद चुनाव आयोग को छुट्टी से वापस बुला लिया जाएगा.

पी चिदंबरम उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने चुनाव आयोग के हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात चुनाव की तारीख़ों का ऐलान नहीं करने के फ़ैसले की आलोचना की है. हाल में कई पूर्व चुनाव आयुक्तों ने भी चुनाव आयोग के इस फ़ैसले को लेकर आलोचनात्मक टिप्पणियां की हैं. सामान्यतः आयोग सभी तारीख़ों की घोषणा एकसाथ करता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. कांग्रेस का आरोप है कि आयोग घोषणा करने में इसीलिए देरी कर रहा है ताकि भाजपा राज्य के लोगों को (चुनावी) घूस दे सके. अगर आयोग तारीख़ों की घोषणा कर देता तो आचार संहिता लागू हो जाती और चुनाव ख़त्म होने तक नेता घोषणाएं नहीं कर पाते.

हालांकि चुनाव आयोग ने अपने फ़ैसले का बचाव किया है. मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोति ने कहा था कि मौजूदा नियमों की वजह से ही गुजरात चुनाव की घोषणा नहीं की गई. नियमों के मुताबिक़ चुनाव को 46 दिन की समयसीमा तक रोका जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘लेकिन 18 दिसंबर से पहले चुनाव करा दिए जाएंगे ताकि हिमाचल प्रदेश के चुनाव के परिणाम का असर गुजरात के चुनाव पर न पड़े.’ हिमाचल प्रदेश में नौ नवंबर को वोटिंग होनी है. आठ दिसंबर को मतों की गिनती की जाएगी.

चिदंबरम का चुनाव आयोग पर तंज, मोदी सारी घोषणाएं कर लेंगे तब होगा गुजरात चुनाव तारीखों का ऐलान

गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में देरी पर कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला है। चिदंबरम ने ट्वीट कर तंज कसा कि चुनाव आयोग छुट्टी पर है और जब गुजरात सरकार हर तरह की छूट का ऐलान कर लेगी तब जाकर वह चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा।


EC will be recalled from its extended holiday after Gujarat Govt has announced all concessions and freebies.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 20, 2017

उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को ये अथॉरिटी दी है कि वे अपनी रैली में तारीखों का ऐलान कर दे और फिर आयोग को इसकी जानकारी दे देंगे।


EC has authorised PM to announce date of Gujarat elections at his last rally (and kindly keep EC informed).
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 20, 2017

पी. चिदंबरम के इस तंज पर गुजरात सीएम विजय रुपाणी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पी. चिंदबरम और कांग्रेस पार्टी गुजरात चुनाव से डर रहे हैं।


I think Chidambaram & the entire Congress are scared of the upcoming #Gujarat Elections: Vijay Rupani, Gujarat CM on P Chidambaram’s tweet
pic.twitter.com/oreI5WmPf7
— ANI (@ANI) October 20, 2017

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए तारीख का ऐलान किया था लेकिन गुजरात चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया गया था। हिमाचल में एक ही चरण में 9 नवंबर को मतदान होगा लेकिन मतगणना 18 दिसंबर को होगी। मतदान और मतगणना के बीच 40 दिनों के अंतर को लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए थे। माना जा रहा है कि गुजरात में मतदान 18 दिसंबर से पहले ही होगा और दोनों राज्यों में एक ही साथ मतगणना होगी। कांग्रेस का आरोप है कि गुजरात में चुनावी वादों और घोषणाओं के लिए सरकार को मौका देने के लिए तारीखों का ऐलान नहीं किया जा रहा है।

Thursday, October 19, 2017

4 दोस्तों ने मिलकर बनाया एक ख़ास एप जिसे फेसबुक ने 650 करोड़ में खरीद लिया

News Desks : चार दोस्तों ने मिलकर एक खास एप तैयार किया। ये एप लोगों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाता है। ये चारों युवक अमेरिका के रहने वाले हैं। ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाले इस एप का नाम टीबीएच टू बी ऑनेस्ट है। ये एप सभी को ईमानदारी का पाठ पढ़ा रहा है। खास बात ये हैं कि इस एप को बनाए हुए अभी 9 हफ्ते हुए हैं और इसे फेसबुक ने 650 करोड़ रुपये में खरीद लिया है।

इस एप के रोजाना 25 लाख एक्टिव यूजर्स हैं। एप को 9 हफ्ते में 50 लाख बार डाउनलोड किया गया है। इस एप के ज्यादा यूजर्स हाईस्कूल के स्टूडेंट्स हैं। इस स्टार्टअप के चारों संस्थापक अब फेसबुक के इम्पलाई हो गए हैं। स्टार्टअप न्यूज साइट टैक क्रंच के अनुसार, ये डील 650 करोड़ रुपये में हुई है। इस स्टार्टअप के चारों संस्थापक अब फेसबुक के ऑफिस में बैठकर अपने काम को कर सकेंगे। चारों दोस्त निकिता बियर, एरिक हैजार्ड, कायले जारागोजा और निकोलस डयूस्डोडोन ने अपनी अपनी क्रिएटीविटी का प्रयोग इस ऐप में किया है।

एप की संस्थापक निकिता बियर का कहना है कि फेसबुक से जुड़कर बहुत खुशी हो रही है। अब हमारी बात बहुत लोगों तक पंहुच पाएगी। इस एप को बनाने के पीछे बहुत रोचक कहानी है। इस एप को बनाने वाले सभी दोस्त 2010 से साथ हैं, जिन्होंने इससे पहले मिडनाइट लैब्स कंपनी बनाई थी। इस कंपनी का काम फाइनेंस और कॉलेज चैट जैसे एप का था। कंपनी 2013 से घाटे में आने लगी। 2017 आते-आते कंपनी सबसे बुरे दौर में पंहुच गई।

अगस्त में उनके पास इतना पैसा नहीं था कि आगे काम किया जा सके, तब चारों दोस्तों ने अपनी नई सूझबूझ से एक सकारात्मक एप बनाने की सोची। उसी सोच की नई उपज थी- टीबीएच टू बी ऑनेस्ट। इस तरह दोस्तों ने एक नए सफर की शुरुआत की। सबसे पहले टीबीएच का प्रस्तुति अमेरिका के जॉजिया के एक स्कूल में हुई। उस समय 40 प्रतिशत बच्चों ने इस एप को डाउनलोड किया था। इस तरह ये सफर चल निकला। एक के बाद एक कर उसके बाद तीन स्कूलों में इस एप की प्रस्तुति हुई।

फिर हर स्कूल में इसकी धूम मचने लगी। यही वजह है कि फेसबुक ने इसे हाथों हाथ खरीद लिया है। इस एप की सबसे खास बात ये है कि इसे डाउनलोड करते ही फ्रेंड लिस्ट बनती है। इसमें तरह तरह के सवाल होते हैं जैसे आपको मुश्किलों में भी कौन हंसा सकता है? यूजर के सामने जवाब के 4 दोस्तों के विकल्प होते हैं। जैसे ही वह इन चार दोस्तों में से किसी एक को चुनता है उसके पास यह संदेश चला जाता है। इस संदेश में उसे यह पता नहीं चलता कि किसने उसके लिए ऐसा भेजा है। इस एप्स को इसलिए भी पसंद किया जा रहा है क्योंकि आप अपना नाम बताये बगैर अपने दोस्त की खूबी उसे बता सकते हैं।

पूर्व चुनाव आयुक्त कुरैशी के बाद कृष्णमूर्ति बोले- मैं हैरान हूँ गुजरात चुनाव के फैसले को सुनकर, क्या बिक गया ‘चुनाव आयोग’,

चुनाव आयोग के हिमाचल प्रदेश चुनाव को लेकर अब सवाल उठने लगे है। विधानसभा चुनाव के ऐलान चले कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर निशाना बनाया था।

अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने भी चुनाव आयोग पर कई सवाल खड़े किये है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के इस निर्णय से मैं काफी हैरान हूं, क्योंकि गुजरात और हिमाचल प्रदेश की विधानसभाओं का कार्यकाल एक साथ अगले साल खत्म हो रहा है।

दरअसल कृष्णमूर्ति ने इंडियन एक्सप्रेस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चुनाव आयोग के इस निर्णय से मैं काफी हैरान हूं, क्योंकि गुजरात और हिमाचल प्रदेश की विधानसभाओं का कार्यकाल एक साथ अगले साल खत्म हो रहा है।

कृष्णमूर्ति पहले ऐसे चुनाव आयुक्त नहीं है जिन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किये हो इससे पहले एसवाई कुरैशी ने भी कहा था हिमाचल और गुजरात चुनाव का ऐलान एक साथ ना होना मेरी समझ से बाहर है।

बता दे कि गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 22 जनवरी 2018 को समाप्त हो रहा है, जबकि हिमाचल प्रदेश का कार्यकाल 7 जनवरी को खत्म हो रहा है। ऐसे में दोनों राज्यों के एक साथ चुनावी तारिक का एक साथ घोषणा ना होना कई सवाल खड़े करता है।

Sunday, October 15, 2017

Vodafone दिवाली धमाकाः 399 रुपये में 6 माह तक 90GB डाटा और अनलिमिटेल कॉलिंग

Reliance Jio और Airtel को कड़ी टक्कर देने के साथ ही दिवाली पर अपने ग्राहकों को शानदार सौगात देने के लिए Vodafone ने धमाका किया है. Vodafone ने इसके लिए 399 रुपये का दिवाली धमाका प्लान पेश किया है.

इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर छपी खबर के मुताबिक Vodafone के इस 399 रुपये दिवाली धमाका प्लान को केवल प्रीपेड यूजर्स के लिए पेश किया गया है. जो प्रीपेड यूजर्स अपने मोबाइल फोन पर 399 रुपये का रिचार्ज कराते हैं उन्हें एक नहीं बल्कि तमाम फायदे मिलेंगे. इनमें सबसे पहला तो 90GB 4G डाटा है. दूसरा किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड लोकल-नेशनल कॉलिंग है. और तीसरा यह फायदे यूजर्स को 6 माह तक के लिए मिलेंगे.
यानी एक बार यूजर यह प्लान रिचार्ज कराता है तो उसे 6 माह तक कॉलिंग और डाटा के लिए रिचार्ज कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सीधे शब्दों में तो मौजूदा प्लान के हिसाब से यूजर्स को करीब 1700 रुपये की बचत होगी.

गौरतलब है कि एक साल पहले भारतीय टेलीकॉम बाजार में कदम रखने वाली Reliance Jio के चलते बहुत तगड़ा प्राइस वार छिड़ चुका है. आए दिन टेलीकॉम कंपनियों को यूजरबेस बरकरार रखने के लिए एक से बढ़कर एक प्लान पेश करने पड़ रहे हैं.
कोई भी कंपनी जब Jio की देखादेखी एक प्लान पेश कर देती है, जल्द ही दूसरी कंपनियों को भी उसे फॉलो करना पड़ता है. आलम यह है कि Airtel, Vodafone, Idea जैसी कंपनियां काफी आक्रामक ढंग से बाजार में एक के बाद एक नए प्लान लेकर आ रही हैं.

अब अगर बात करें Vodafone के इस ताजा 399 रुपये ऑफर की तो यह अब तक का सबसे अच्छा प्लान नजर आ रहा है. क्योंकि Jio के प्राइम यूजर्स के लिए जारी 399 रुपये के प्लान में कंपनी 84 दिनों के लिए रोजाना 1GB हाईस्पीड डाटा (कुल 84GB) के अलावा अनलिमिटेड नेशनल कॉलिंग, एसएमएस, रोमिंग व ऐप्स एक्सेस भी दे रही है.

अब Reliance Jio ने अपने नए 399 रुपये के दिवाली धन धना धन ऑफर में 400 रुपये का कैशबैक देने का भी प्लान पेश कर दिया है.


Saturday, October 14, 2017

अब बिना डाउनलोड किए ऐसे देखें HD मूवीज, करना होगा बस ये काम

ऑनलाइन मूवीज देखना सभी को पसंद होता है। लेकिन यह जरुरी नहीं कि हर बार आपको अच्छे प्रिंट वाली मूवीज ही देखने को मिलें। ज्यादातर यूजर्स को ऐसी साइट्स की जानकारी भी नहीं होती है जहां लेटेस्ट और अच्छे प्रिंट वाली मूवीज देखी जा सकती हैं। इसी के चलते हम आपको एक ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं जहां बिना डाउनलोड किए किसी भी मूवी को एचडी क्वालिटी में देखा जा सकता है। इसके लिए ऑनलाइन एक सॉफ्टवेयर मौजूद है। इसका नाम ROXPlayer है।

जानें बिना डाउनलोड किए कैसे देखें एचडी मूवीज:

1. इसके लिए आपको सबसे पहले
ROXPlayer सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना होगा। डाउनलोड होने के बाद इसे सिस्टम में इंस्टॉल कर लें।

2. इसे ओपन करें। यहां आपको फाइल मेन्यू का विकल्प मिलेगा। यहां जाकर ओपन टोरेंट का ऑप्शन दिया गया होगा। इस पर क्लिक करें।

3. इसके बाद टोरेंट मैगनेट लिंक ऑप्शन पर क्लिक कर दें।

4. इस ऑप्शन पर क्लिक करते ही यूजर्स को paste the link to the magnet url
का पॉपअप आएगा।

5. यह मैग्नेटिक URL आपको किसी भी टोरेंट साइट से आसानी से मिल जाएगा। जब भी आप किसी टोरेंट साइट पर जाते हैं तो वहां मूवी या वीडियो के बराबर में मैग्नेट का आइकन दिया गया होता है। यहां से आप इस लिंक को कॉपी कर सकते हैं।

6. जैसे ही आप paste the link to the magnet url में इस लिंक को पेस्ट करेंगे आपकी टोरेंट फाइल ओपन हो जाएगी।

7. इसके बाद मेन मूवी पर जाकर डबल क्लिक करना होगा। मूवी बफर होने के बाद उसे देखा जा सकता है। बफर होने में 3 से 4 मिनट का समय लगता है।

जानिए आप कैसे असानी से पैसे कमा सकते हैं FACEBOOK से ?

Facebook से पैसे कैसे कमाए? Facebook क्या है
ये तो शायद सभी Internet users को पता ही है. पर क्या आपको Facebook से पैसे कमाने का तरीका के बारे मैं पता है? जी हाँ आपने बिलकुल सही सुना की Facebook से बिलकुल पैसे कमाया जा सकता है. ये बात सुनकर बहुतों को आश्चर्य हो रहा होगा पर यकीन मानिये मैं झुठ नहीं बोल रहा हूँ. आज हम इसी के बारे में पूरी तरह से जानेंगे की आखिर कैसे हम Facebook से पैसे कमा सकते हैं.
शायद आपने कभी facebook का इस्तमाल likes और shares करने के सिवा किसी दुसरे तरीके से नहीं किया.
कैसे लगेगा आपको यदि आप facebook का इस्तमाल कर अपने लिए free के पैसे कमा सको. देखा जाये तो ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनका इस्तमाल कर आप बड़ी आसानी से पैसे कमा सकते हैं. जिनके बारे में आज हम जानेंगे.

How To Make Money With Facebook

एक चीज़ तो हमें पहले से ही पता है की अएक बात में आपको अभी से बता देना चाहता हूँ की कोई भी काम करने के Facebook आपको कभी भी पैसे नहीं देगा लेकिन हाँ ये बात भी उतना ही सच है की हम इसका इस्तमाल कर पैसे जरूर कमा सकते हैं.
क्यूंकि Facebook में करोंड़ों लोगों का account बना हुआ है और जिन तक हम बड़ी आसानी से पहुँच सकते हैं. तो फिर चलिए जानते हैं की कैसे हम facebook से पैसे कम सकते हैं.

Build Relationship To Facebook Groups

अगर हम marketing की बात करें तब relationship building बहुत ही जरुरी है. क्यूंकि अगर आपका page बहुत ज्यादा popular है तब तो आपके लिए बहुत ही अच्छी बात है क्यूंकि इससे दुसरे advitisers आपके page में अपना ad publish करने के लिए आपको पैसे देंगे इसके साथ आपका उसके साथ अच्छा relationship भी बन जायेगा और जिसका इस्तमाल आप भविष्य में कर सकते हैं. जिसे की sponsored post कहते हैं. इसके साथ साथ आप दुसरे brands के भी ad publish कर सकते हैं.

जैसे जैसे आपका fan base बढ़ता जायेगा वैसे वैसे आपके ज्यादा पैसे कमाने के रास्ते भी खुल जायेंगे. जैसे की affiliate marketing जो की online पैसे कमाने का एक बहुत ही अच्छा जरिया है.
आप facebook की make an offer का इस्तमाल कर पैसे कमा सकते हैं products बेचकर.
इसे करने के लिए आप किसी product का link अपने link box में दे सकते हैं और उसके साथ coupon code भी दे सकते हैं ताकि जो उस चीज़ को ख़रीदे उसे उसमें discount भी मिले.

इसे साथ आप दुसरे e-commerce site के affiliate link भी इस्तमाल कर सकते हैं जो की अच्छी commission प्रदान करती हो, जैसे आप Amazon, Flipkart, Snapdeal जैसे website की affiliate programme इस्तमाल कर सकते हैं.

Freelance Facebook Marketer Make Money

आप एक Facebook Marketer बनकर भी अच्छे पैसे कमा सकते हैं. लेकिन एक बेहतरीन Facebook Marketer बनने के लिए आप में कुछ विसेस्तायें होनी चाहिए जैसे की

आपको Facebook के statistics पढने आना चाहिए. इसका मतलब है की आपको ये पता होना चाहिए की किस प्रकार के post को कब publish करने से वो ज्यादा बेहतर perform करती है.
आपके अच्छी strategy बनाने की समझ होनी चाहिए क्यूंकि कोई भी campaign को successful करने के लिए एक अच्छी Strategic planning बहुत जरुरी है.

आपमें अच्छे facebook friendly content लिखने की कला होनी बहुत जरुरी है. क्यूंकि इसे से ही पता चल जाता है की किस प्रकार के post को लोग ज्यादा पसंद करने वाले हैं.

आपको ये हमेसा से पता होना चाहिए की किस type की content कब ज्यादा अच्छा perform करती है.
आपको Facebook के statistics पढने आना चाहिए. इसका मतलब है की आपको ये पता होना चाहिए की किस प्रकार के post को कब publish करने से वो ज्यादा बेहतर perform आपके अच्छी strategy बनाने की समझ होनी चाहिए क्यूंकि कोई भी campaign को successful करने के लिए एक अच्छी Strategic planning बहुत जरुरी हआपमें अच्छे facebook friendly content लिखने की कला होनी बहुत जरुरी है. क्यूंकि इसे से ही पता चल जाता है की किस प्रकार के post को लोग ज्यादा पसंद करने वाले ह

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इसके लिए आपको पहले Facebook Group बनाना पड़ेगा. और कोशिश कीजिये की इसमें 10 हज़ार से ज्यादा members हों और सबसे important बात है की वो सारे members active होने चाहिए. अपने group के members को हमेशा engage कर के रखना चाहिए. इसके लिए आप relevant questions, blog post, images और polls की मदद ले सकते हैं.

यहाँ आप निचे लिखे तरीकों का इस्तमाल कर पैसे कमा सकते हैं.

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अपने product/book/services को बेचकर
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Earn Money With PPC Network

PPC (Pay per click) या Cost per click (CPC) एक internet advertising model है,
जिसे की websites में traffic लाने के लिए किया जाता है, और जब भी viewers द्वारा ads पर click होता है तब advertisers publishers को पैसे देते हैं. ऐसे बहुत से network मेह्जुद हैं जैसे Viral9, Revcontent इत्यादि. इसके लिए आपकी ऐसे network में signup करना होता है, फिर उनके contents को share करना पड़ता है और clicks के अनुसार आपको पैसे मिलते हैं. और अगर आपके Fans टियर 1 countries से हुए तो फिर आप और भी ज्यादा पैसे कमा सकते हैं.

Join PPV Program

ये भी PPC के तरह ही है लेकिन इसमें Views के पैसे मिलते हैं. इसमें आपको कोई भी PPV program को join करना पड़ता है जैसे की Vidinterest, उनके videos को share करना पड़ता है, और जितनी ज्यादा traffic होगी उतनी ज्यादा views होगी और जितना ज्यादा views उतना ज्यादा पैसा आप कमा सकते हैं.

इसके अलावा आपके पास भी कोई business है या कोई blog या website है तो आप अपना भी promotion कर सकते हैं जिसके लिए आपको एक Facebook Page बनाना पड़ेगा और निरंतर उसमें नयी नयी जानकरी देनी पड़ेगी जिससे की आप पर लोगों का trust बढेगा और वो लगातार आपके blog को पढने लगेंगे.

मैंने जो भी तरीके आप लोगों से share करी वो सारे काम में ला सकने वाले तरीके हैं. पर जो याद रखने वाली बात हैं वो ये है की सबसे पहले Page को अच्छे तरीके से बनाने की सोचो फिर उससे कमाने की. आपका मकसद ये होना चाहिए की कैसे आप बेहतर से बेहतर जानकारी लोगों तक पहुंचाएं और न की सिर्फ advertisement links share करें. क्यूंकि लोगों को मुर्ख समझने की गलती न करो, उन्हें आपसे ज्यादा समझ है. जब तक आप अच्छे content publish करते रहोगे तब तक वो आपसे जुड़े रहेंगे और जब उन्हें लगा की आप और quality content publish नहीं कर रहे हो तब वो भी आपको छोड़ किसी दुसरे Page के तरफ रुख करेंगे.
मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को Facebook से पैसे कैसे कमाए के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को Facebook से पैसे कमाने के तरीके के बारे में समझ आ गया होगा. मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.

मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं. मैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूँगा. आपको यह लेख कैसे Facebook से पैसे कैसे कमाए कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले.