Thursday, November 16, 2017

यशवंत सिन्हा ने पीएम मोदी पर फिर साधा निशाना : बोले - सात सौ साल पहले तुगलक ने भी की थी नोटबंदी

मोदी सरकार की आलोचना से गुस्साए भाजपा प्रवक्ता, बोले- यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी से निकल जाएं

नोटबंदी के फैसले को लेकर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना तुगलक से की है. उन्होंने कहा है कि 14वीं सदी के दिल्ली सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक ने भी 700 साल पहले नोटबंदी की थी. इस विवादित कदम के लिए मोदी की आलोचना करते हुए सिन्हा ने कहा कि नोटबंदी ने देश की अर्थ व्यवस्था को 3.75 लाख करोड रपये का नुकसान पहुंचाया है.

यइन दिनों यशवंत सिन्हा लगातार मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा तो हमेशा से मोदी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते रहे हैं। दो मुखर नेताओं की आलोचना भाजपा सह नहीं पा रही है।

यशवंत सिन्हा का जेटली पर हमला : आर्थिक मोर्चे पर कितनी मुश्किलों में घिर गयी है मोदी सरकार? उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि बहुत सारे ऐसे शंहशाह (राजा) हुए हैं, जो अपनी मुद्रा लेकर आये. कुछ ने नयी मुद्रा को चलन में लाने के साथ-साथ पहले वाली मुद्रा का भी चलन जारी रखा, लेकिन 700 साल पहले एक शहंशाह मोहम्मद बिन तुगलक था, जो नई मुद्रा लेकर आया और पुरानी मुद्रा के चलन को समाप्त कर दिया. इसके पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने बीते 26 सितंबर को वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आर्थिक मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाया था. उस समय उनके इस बयान के बाद न केवल भाजपा में बल्कि पूरी भारतीय राजनीति में उबाल आ गया था. उस समय उन्होंने कहा था कि अपने कार्य प्रदर्शन को लेकर अब तक सवालों से बेपरवाह नरेंद्र मोदी सरकार को लगभग साढ़े तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद सबसे कठिन चुनौतियों और सवालों से जूझना पड़ रहा है. यह सवाल घरेलू व बाहरी दोनों मोर्चों पर ताबड़तोड़ किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि नोटबंदी पर संसद में चर्चा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री व देश में उदारवाद के जनक डाॅ मनमोहन सिंह का वह बयान हर कोई याद कर रहा है, जिसमें उन्होंने अपना अनुमान पेश करते हुए कहा था कि जीडीपी में दो प्रतिशत तक कमी आने की आशंका है.

इसीलिए भाजपा तेलंगाना के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा को पार्टी से इस्तीफा दे देने के लिए कहा है।
आलोचना की मंशा पर सवाल उठाते हुए भाजपा प्रवक्ता कहते हैं कि अगर इन दोनों नेताओं को मोदी सरकार से इतनी समस्या है और सरकार की गवर्नेंस रास नहीं आ रही है तो इन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि पार्टी के खिलाफ बयानबाजी में इन्होंने लक्ष्मण रेखा पहले ही पार कर दी है।
गौरतलब है कि इन दिनों पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा मोदी सरकार को तमाम मुद्दों पर घेर रहे हैं। अभी हाल ही में वित्त मंत्री अरुण जेटली की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा था कि जीएसटी अगर इतना ही अच्छा है तो रोज उसमें बदलाव क्यों करने पड़ रहे हैं। साथ ही उन्होंने जीएसटी को लोगों के ऊपर बोझ बताया था।
अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा को ‘वन मैन शो’ और ‘टू मैन आर्मी’ कहा था।
इन दिनों यशवंत सिन्हा लगभग हर मोर्चे पर मोदी सरकार को घेर रहे हैं और जमकर आलोचना कर रहे हैं। इस पर भाजपा प्रवक्ता कृष्ण सागर राव कहते हैं ‘उनको सरकार में भागीदारी नहीं मिल रही है इसलिए ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं नहीं तो चुनावी सीजन में ही वह इस तरह की बातें क्यों उठा रहे हैं।
जब कहीं चुनाव होने लगता है तो यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा इस तरह की टिप्पणियां देने लगते हैं, चाहे वह बिहार का चुनाव हो या उत्तर प्रदेश का या हिमाचल का या फिर अब गुजरात का।’

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